आधुनिक मेडीटेशन के मास्टर बता रहे हैं कि आप आत्मिक समृद्धि से भरा जीवन कैसे जी सकते हैं।
हममें से ज़्यादातर लोग अभावों और सीमाओं से जुड़े किसी-न-किसी विचार से जकड़े रहते हैं, और बस उन्हीं चीज़ों पर ध्यान देते हैं जो हमारे पास नहीं होतीं। अक्सर हमारी सोच और काम पर हमारे अहंकार का असर पड़ता है और हम ऐसा होने देते हैं। इसी कारण से मन की शांति, लोगों के स्वीकारे जाने और दिल से संतुष्टि जैसे सच्चे भावों से हम अछूते रह जाते हैं।
आत्मिक समृद्धि की ओर में इंटीग्रेटिव मेडिसिन (वैकल्पिक चिकित्सा) के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मेंटॉर दीपक चोपड़ा सात सरल चरणों की एक योजना बताते हैं ताकि आप दुबारा अपना ध्यान केंद्रित... See more
आधुनिक मेडीटेशन के मास्टर बता रहे हैं कि आप आत्मिक समृद्धि से भरा जीवन कैसे जी सकते हैं।
हममें से ज़्यादातर लोग अभावों और सीमाओं से जुड़े किसी-न-किसी विचार से जकड़े रहते हैं, और बस उन्हीं चीज़ों पर ध्यान देते हैं जो हमारे पास नहीं होतीं। अक्सर हमारी सोच और काम पर हमारे अहंकार का असर पड़ता है और हम ऐसा होने देते हैं। इसी कारण से मन की शांति, लोगों के स्वीकारे जाने और दिल से संतुष्टि जैसे सच्चे भावों से हम अछूते रह जाते हैं।
आत्मिक समृद्धि की ओर में इंटीग्रेटिव मेडिसिन (वैकल्पिक चिकित्सा) के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मेंटॉर दीपक चोपड़ा सात सरल चरणों की एक योजना बताते हैं ताकि आप दुबारा अपना ध्यान केंद्रित कर सकें और अपनी ज़िंदगी की कमान अपने हाथ में थाम संभावनाओं से भरे जीवन की ओर बढ़ सकें। यह किताब एक मेंटॉर की तरह आपको अपनी सच्ची क्षमता, सफलता और सुखी-समृद्ध जीवन की राह दिखाती है; साथ, यह समझाती है कि अपनी बनाई सीमित मानसिकता से छुटकारा पाने और अपने ध्यान व समझ को एक जगह केंद्रित करने के लिए क्या करें और कैसे।