डॉ. सुरेश पंत एक प्रमुख हिंदी लेखक, अनेक भाषाओं के जानकार और सफल शिक्षक हैं, जो अपनी श्रेष्ठ रचनाओं के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए जाने जाते हैं। लगभग 60 वर्षों से वे लगातार हिंदी शिक्षण तथा शोध से जुड़े रहे हैं। शिक्षा और शोध के क्षेत्र में काम करने वाले अनेक भारतीय और विदेशी संस्थानों ने उनकी विशेषज्ञता का लाभ उठाया है।
डॉ. सुरेश पंत ने अपनी कई पुस्तकों और मीडिया के अनेक प्लेटफार्मों के माध्यम से हिंदी भाषा, साहित्य और व्याकरण के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का परिचय दिया है। सरल और रोचक भाषा में उनका लेखन भाषा में एक नए दृष्टिकोण को प्रस्तुत करता है और इसीलिए पाठकों के द्वारा पसंद किया जाता है। पेंगुइन स्वदेश से उनकी पिछली किताब 'शब्दों के साथ-साथ' बहुत लोकप्रिय हुई है।
डॉ. सुरेश पंत को भाषा और शिक्षा के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए अनेक संस्थाओं के द्वारा सम्मानित किया गया है।