असमानताओं को दूर करने के लिए भी दुनिया के प्रत्येक हिस्से में महान लोगों ने आवाज उठाई और संघर्ष किया है। प्रयासों के परिणाम भी सकारात्मक रहे हैं ,चाहे वह अमेरिका के श्वेत या अश्वेत का मामला हो या फिर दक्षिण अफ्रीका में नेल्सन मंडेला का संघर्ष हो। भारत में डॉक्टर अंबेडकर का नाम भी इस श्रृंखला में शामिल है। वे भारत के संविधान निर्माता भी थे। दरअसल दुनिया के किसी भी संसाधनों पर किसी व्यक्ति या समुदाय विशेष का अधिकार नहीं हो सकता। लिहाज़ा सूर्य की किरणें किसी घर के आंगन में इसलिए उजाला नहीं करती कि वह घर किसी विशेष व्यक्ति या समुदाय का है। सूर्य की किरणें सबके लिए बराबर हैं। इस प्रकार प्रकृति हमें लोकतांत्रिक �... See more
असमानताओं को दूर करने के लिए भी दुनिया के प्रत्येक हिस्से में महान लोगों ने आवाज उठाई और संघर्ष किया है। प्रयासों के परिणाम भी सकारात्मक रहे हैं ,चाहे वह अमेरिका के श्वेत या अश्वेत का मामला हो या फिर दक्षिण अफ्रीका में नेल्सन मंडेला का संघर्ष हो। भारत में डॉक्टर अंबेडकर का नाम भी इस श्रृंखला में शामिल है। वे भारत के संविधान निर्माता भी थे। दरअसल दुनिया के किसी भी संसाधनों पर किसी व्यक्ति या समुदाय विशेष का अधिकार नहीं हो सकता। लिहाज़ा सूर्य की किरणें किसी घर के आंगन में इसलिए उजाला नहीं करती कि वह घर किसी विशेष व्यक्ति या समुदाय का है। सूर्य की किरणें सबके लिए बराबर हैं। इस प्रकार प्रकृति हमें लोकतांत्रिक होने का संदेश ही देती है।