ईसा, यीशू मसीह या जीजस क्राइस्ट इस्लाम के अजीम तरीन पैगंबरों में से एक हैं और ईसाई धर्म के प्रवर्तक माने जाते हैं। ईसाई लोग उन्हें परमपिता का पुत्र और ईसाई त्रिमूर्ति का तृतीय सदस्य मानते हैं। इसमें बाइबिल के नए नियम भी दिए गए हैं। प्रस्तुत पुस्तक में ईसा की जीवनी के साथ-साथ उनके शुभ संदेशों को भी उत्कृष्ट ढंग से प्रस्तुत किया गया है, ताकि पाठक मानवता के इस मसीहा की जीवन गाथा और संदेश से रू-ब-रू हो सकें। इस पुस्तक की लेखिका लंबे समय तक शिक्षण कार्य से जुड़ी हुई हैं। धर्म और दर्शन पर इनकी अच्छी पकड़ है। यह पुस्तक प्रामाणिक स्रोतों के आधार पर लिखी गई है, इसलिए हर किसी के लिए पठनीय है।