प्रो. (डॉ.) सरवर कुमार चहल
(एम.ए., एम.फिल., पीएच.डी.)
डीन, समाज विज्ञान संकाय
अध्यक्ष, इतिहास विभाग
प्रभारी, महात्मा जोतिबा फुले चेयर
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र, हरियाणा
प्रकाशित पुस्तकें
1. Dalits Patronised : Indian National Congress and Untouchables of India 1921-1947
2. Dr. B.R. Ambedkar : The Maker of Modern India
3. Hindu Social Reform : A Study of the Framework of Jotirao Phule
अन्य उपलब्धियाँ
1. 2006 विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली का अनुसंधान पुरस्कार (पी.डी.एस.) प्राप्त किया।
2. 2014 में अल्मा-मेटर ने उन्हें ‘पेशेवर जीवन में उपलब्धियों’ के लिए ‘प्रशंसा प्रमाण पत्र’ दिया।
3. 2019 में भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान (आईआईएएस), शिमला द्वारा दो साल के लिए फ़ैलोशिप से सम्मानित किया गया।
4. डॉ. चहल ने अब तक लगभग 100 शो... See more
प्रो. (डॉ.) सरवर कुमार चहल
(एम.ए., एम.फिल., पीएच.डी.)
डीन, समाज विज्ञान संकाय
अध्यक्ष, इतिहास विभाग
प्रभारी, महात्मा जोतिबा फुले चेयर
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र, हरियाणा
प्रकाशित पुस्तकें
1. Dalits Patronised : Indian National Congress and Untouchables of India 1921-1947
2. Dr. B.R. Ambedkar : The Maker of Modern India
3. Hindu Social Reform : A Study of the Framework of Jotirao Phule
अन्य उपलब्धियाँ
1. 2006 विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली का अनुसंधान पुरस्कार (पी.डी.एस.) प्राप्त किया।
2. 2014 में अल्मा-मेटर ने उन्हें ‘पेशेवर जीवन में उपलब्धियों’ के लिए ‘प्रशंसा प्रमाण पत्र’ दिया।
3. 2019 में भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान (आईआईएएस), शिमला द्वारा दो साल के लिए फ़ैलोशिप से सम्मानित किया गया।
4. डॉ. चहल ने अब तक लगभग 100 शोधार्थियों को एम.फिल. और 13 शोधार्थियों को पीएच.डी. के लिए निर्देशन दिया है। इसके साथ ही वे कई विश्वविद्यालयों के शोध पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड में भी हैं।
5. डॉ. चहल ने आधा दर्जन राष्ट्रीय संगोष्ठियाँ आयोजित की हैं और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में पत्र प्रस्तुत किए हैं।
6. आपने आर.टी.एम. में प्रतिष्ठित अंबेडकर स्मारक व्याख्यान सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों/संस्थानों/महाविद्यालयों में कई आमंत्रित व्याख्यान दिए हैं।
7. आप अभिलेखागार, इतिहास/ऐतिहासिक अभिलेखों, शिक्षाविदों, पाठ्यक्रम और सामाजिक विज्ञान अध्ययन और अनुसंधान पर कई सरकारी/विश्वविद्यालय समितियों/निकायों के सदस्य रहे हैं।
8. आप अकादमिक गतिविधियों के लिए दक्षिण एशियाई इतिहास सम्मेलन, भारतीय सामाजिक विज्ञान कांग्रेस, भारतीय इतिहास कांग्रेस, डेक्कन इतिहास कांग्रेस आदि से भी संबद्ध रहे हैं।