For B.A I Year of Pandit Deendayal Upadhyaya Shekhawati University (PDUSU), Raj Rishi Bhartrihari Matsya University Alwar (RRBMU), Maharaja Surajmal Brij University Bharatpur (MSBU), University Rajasthan College (UNIRAJ), Maharshi Dayanand Saraswati University Ajmer (MDSU), University of Kota (UOK), Maharaja Ganga Singh University Bikaner (MGSU), Mohanlal Sukhadia University Udaipur (MLSU) ‘लोक प्रशासन’ पुस्तक का पूर्णतः संशोधित दसवां संस्करण पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत करते हुए हमें अत्यन्त हर्ष हो रहा है। प्रस्तुत संस्करण को नए संशोधित पाठ्यक्रमानुसार पूर्णतया परिमार्जित और संशोधित किया गया है। देश की स्वाधीनता के अनन्तर ‘लोक प्रशासन’ कानून और व्यवस्था के क्षेत्र तक सीमित न रहकर जन-जीवन से सम्बद्ध समस्त गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है। लोककल्याणकारी राज्य के अन्तर्गत विकास के चरण प्रगति की विविध दिशाओं में जिस गति से बढ़ रहे हैं उ... See more
For B.A I Year of Pandit Deendayal Upadhyaya Shekhawati University (PDUSU), Raj Rishi Bhartrihari Matsya University Alwar (RRBMU), Maharaja Surajmal Brij University Bharatpur (MSBU), University Rajasthan College (UNIRAJ), Maharshi Dayanand Saraswati University Ajmer (MDSU), University of Kota (UOK), Maharaja Ganga Singh University Bikaner (MGSU), Mohanlal Sukhadia University Udaipur (MLSU) ‘लोक प्रशासन’ पुस्तक का पूर्णतः संशोधित दसवां संस्करण पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत करते हुए हमें अत्यन्त हर्ष हो रहा है। प्रस्तुत संस्करण को नए संशोधित पाठ्यक्रमानुसार पूर्णतया परिमार्जित और संशोधित किया गया है। देश की स्वाधीनता के अनन्तर ‘लोक प्रशासन’ कानून और व्यवस्था के क्षेत्र तक सीमित न रहकर जन-जीवन से सम्बद्ध समस्त गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है। लोककल्याणकारी राज्य के अन्तर्गत विकास के चरण प्रगति की विविध दिशाओं में जिस गति से बढ़ रहे हैं उसी क्रम से नए-नए संगठनों का निर्माण और उनका विधिवत् संचालन भारत में प्रशासकों के लिए नित्य नई चुनौतियां प्रस्तुत कर रहा है। विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं में देश के नागरिकों की बढ़ती हुई अभिरुचि के साथ ही प्रशासक वर्ग का उत्तरदायित्व भी बढ़ता जा रहा है। संक्षेप में, कहा जा सकता है कि ‘लोक प्रशासन’ आज एक ऐसा महत्वपूर्ण विषय बन गया है कि उसके विविध पक्षों और स्वरूपों के सम्बन्ध में विद्यार्थियों को अधिक-से-अधिक परिचित कराया जाए। द्वितीय प्रश्न-पत्र भारत में लोक प्रशासन के अधिकांश महत्वपूर्ण पहलुओं का विवेचन किया गया है। पुस्तक में केन्द्रीय सचिवालय, मन्त्रिमण्डल सचिवालय, अखिल भारतीय सेवाएं, सार्वजनिक वित्त पर नियन्त्रण, प्रशासनिक भ्रष्टाचार, लोकपाल एवं लोकायुक्त अधिनियम, 2013, भारत में प्रशासनिक सुधार जैसे विषयों पर नवीनतम सामग्री प्रस्तुत की गई है। पुस्तक को सरल भाषा एवं सुबोध शैली में लिखा गया है।