Khalistan Shadyantra Ki Inside Storyआखिर 1 अकबर रोड ग्रुप पंजाब/खालिस्तान समस्या का क्या अंतिम समाधान चाहता था? अकाली दल के उदार नेताओं से बातचीत कर समझौते तक पहुँचने की संभावना को मई 1984 के आखिर तक क्यों अधर में रखा गया, जब ऑपरेशन ब्लू स्टार में कुछ ही दिन रह गए थे? आखिर कैसे, जिस रॉ के लिए सिख उग्रवाद और खालिस्तान 1979 के आखिर तक कोई मुद्दा नहीं था, वही 1980 के अंत में अचानक उससे निपटने में शामिल हो गया? आखिर क्यों स्वर्ण मंदिर परिसर से भिंडरावाले को पकड़ने के लिए सुझाए गए कम नुकसानदेह उपायों को ठुकरा दिया गया?लेखक भारत की बाह्य खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व स्पेशल सेक्रेटरी हैं, जो आपस में जुड़ी कई घटनाओं की समीक्षा करत... See more
Khalistan Shadyantra Ki Inside Storyआखिर 1 अकबर रोड ग्रुप पंजाब/खालिस्तान समस्या का क्या अंतिम समाधान चाहता था? अकाली दल के उदार नेताओं से बातचीत कर समझौते तक पहुँचने की संभावना को मई 1984 के आखिर तक क्यों अधर में रखा गया, जब ऑपरेशन ब्लू स्टार में कुछ ही दिन रह गए थे? आखिर कैसे, जिस रॉ के लिए सिख उग्रवाद और खालिस्तान 1979 के आखिर तक कोई मुद्दा नहीं था, वही 1980 के अंत में अचानक उससे निपटने में शामिल हो गया? आखिर क्यों स्वर्ण मंदिर परिसर से भिंडरावाले को पकड़ने के लिए सुझाए गए कम नुकसानदेह उपायों को ठुकरा दिया गया?लेखक भारत की बाह्य खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व स्पेशल सेक्रेटरी हैं, जो आपस में जुड़ी कई घटनाओं की समीक्षा करते हैं—खालिस्तान आंदोलन, ऑपरेशन ब्लू स्टार, 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या और उसके बाद हुई सिख-विरोधी हिंसा। 1984 से सात साल पहले से लेकर उसके एक दशक बाद के घटनाक्रम का जिक्र करती यह पुस्तक उन महत्त्वपूर्ण सवालों के जवाब देने का प्रयास करती है जो आज भी बरकरार हैं।9788197069239 : Mossadयह पुस्तक पाठकों को इजराइली जासूसी एजेंसी मोसाद की गुप्त दुनिया की एक रोमांचक यात्रा पर ले जाती है। यह मोसाद के निर्णायक और खतरनाक मिशनों को उजागर करती है, अज्ञात नायकों और संदिग्ध एजेंटों को उजागर करती है, जो इसे दुनिया की सबसे सम्मानित और रहस्यमय खुफिया सेवा बनाते हैं। व्यापक शोध और इजराइली नेताओं तथा मोसाद संचालकों के साथ विशेष साक्षात्कारों के माध्यम से पुस्तक एक ज्वलंत और मनोरंजक इतिहास प्रस्तुत करती है, जो आपको बहादुर एजेंटों, चालाक विरोधियों और निर्णायक युद्ध के मैदानों की दुनिया में ले जाती है।
9788119032037 : Raw Secret Agentsजासूसी एक गुप्त अवैध गतिविधि है। जासूस कभी भी मनमानी या मनमरजी से काम नहीं कर सकते। वे केवल वही निर्धारित काम करते हैं, जो उन्हें सौंपा जाता है। ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, वफादारी, सच्चाई और नियोक्ता का अनुपालन ऐसे गुण हैं, जो एक जासूस के व्यवहार में आते हैं। ये मूल्य जासूसों एवं उनके नियोक्ताओं के बीच विश्वास के कारण हैं और पेशे की गरिमा को आधार प्रदान करते हैं।खुफिया सेवाओं में काम करना तनावपूर्ण हो सकता है। बाहरी लोगों के साथ अपने काम की चर्चा करना वर्जित है। देश के बाहर जासूसी करना तो जान हथेली पर लेकर फिरने जैसा है। फिल्मी कहानियों से उलट, पकड़े जाने पर यहाँ चमत्कार होने की कोई उम्मीद नहीं होती। ऐसी स्थिति में उनके नियोक्ता भी हाथ खींच लेते हैं। वे कभी स्वीकार नहीं करते कि वे (पकड़े गए व्यक्ति) उनके जासूस हैं, न ही वे उन्हें जासूस होने की मान्यता देते हैं।