खंडमेरु स्वरप्रस्तार इस विषय का चयन करने हेतु श्रीमती मंगल देशमुख का मैं अभिनंदन करती हू ! संगीत के अभ्यासकों को रागाकृती के संदर्भ में नए नए स्वरवाक्य तैयार करने के लिये खंडमेरु स्वरप्रस्तार साधना यह ग्रंथ बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगा, एसा मुझे विश्वास है ! संगीत शाश्त्र और उसका तंत्र, इन दोनो को जोडनेवाले विषयो पर, शोधकार्य और लिखित साहित्य बहुत कम मात्रा में उपलब्ध है, इस दृष्टिकोन से भी इस ग्रंथ क विषेश महत्त्व है ! इस ग्रंथ के प्रकाशन से पूर्व की प्रति मै नहीं पढ सकी , किंतु इस ग्रंथ का वाचन करने के लिए मैं भि उत्सुक हू !