पद्मश्री नरेन्द्र कोहली वर्तमान युग के सबसे लोकप्रिय और प्रतिष्ठित हिंदी-लेखक हैं। रामकथा पर आधारित उनके बृहदाकार उपन्यास ‘अभ्युदय’ ने हिंदी-उपन्यास की धारा बदल दी थी। पांडव-कथा के आधार पर लिखा गया उनका एक अन्य बृहद उपन्यास ’महासमर’ भी ‘अभ्युदय’ जितना ही लोकप्रिय हुआ। उनकी एक अन्य बहुचर्चित उपन्यास-श्रृंखला ‘तोड़ो कारा तोड़ो’ है, जो किसी भी भाषा में स्वामी विवेकानंद के जीवन पर रची गई अब तक की दीर्घतम एवं सर्वश्रेष्ठ औपन्यासिक कृति है। ‘अभिज्ञान’, ‘’वसुदेव’, ‘आत्मस्वीकृति’, ‘वरुणपुत्री’, ‘सागर मंथन’, ‘अहल्या’ आदि उनकी अन्य प्रसिद्ध कृतियाँ हैं। पद्मश्री के अतिरिक्त उन्हें हिंदी अकादमी, दिल्ली के शलाक... See more
पद्मश्री नरेन्द्र कोहली वर्तमान युग के सबसे लोकप्रिय और प्रतिष्ठित हिंदी-लेखक हैं। रामकथा पर आधारित उनके बृहदाकार उपन्यास ‘अभ्युदय’ ने हिंदी-उपन्यास की धारा बदल दी थी। पांडव-कथा के आधार पर लिखा गया उनका एक अन्य बृहद उपन्यास ’महासमर’ भी ‘अभ्युदय’ जितना ही लोकप्रिय हुआ। उनकी एक अन्य बहुचर्चित उपन्यास-श्रृंखला ‘तोड़ो कारा तोड़ो’ है, जो किसी भी भाषा में स्वामी विवेकानंद के जीवन पर रची गई अब तक की दीर्घतम एवं सर्वश्रेष्ठ औपन्यासिक कृति है। ‘अभिज्ञान’, ‘’वसुदेव’, ‘आत्मस्वीकृति’, ‘वरुणपुत्री’, ‘सागर मंथन’, ‘अहल्या’ आदि उनकी अन्य प्रसिद्ध कृतियाँ हैं। पद्मश्री के अतिरिक्त उन्हें हिंदी अकादमी, दिल्ली के शलाका सम्मान; उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सम्मान; के.के. बिरला फाउंडेशन, नई दिल्ली के व्यास सम्मान; मध्यप्रदेश शासन, भोपाल के मैथिलीशरण गुप्त राष्ट्रीय सम्मान सहित अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं|