यह उपन्यास एक रोचक कथा के साथ-साथ एक ओर जहाँ भारतीय संस्कृति, परंपरा के गौरवमयी अतीत से परिचित कराता है, तो वहीं इसमें राजनीति के विसंगतिपूर्ण निर्णयों से भविष्य की सावधानी का संकेत भी मिलता है। एक बार में कहें तो जागृति गुरुदत्त का श्रेष्ठ उपन्यास है जिसमें दो जाट-परिवारों के संघर्ष और उसके परिणामस्वरूप स्त्रियों की करुण दशा का मार्मिक चित्रण हुआ है। गुरुदत्त के पाठक इस उपन्यास को एक बार पढ़ने के बाद कभी भूल नहीं पाएँगे।
अपने आप में यह उपन्यास अदभुत एवं इतिहास के अनोखे पन्नों को सामने रखने वाला है।