बेंगलुरू में रहने वाले डॉ विक्रम संम्पत तीन मशहूर पुस्तकों स्प्लेंडर्स ऑफ रॉयल मैसूर: द अनटोल्ड स्टोरीज ऑफ द वाडियार्स, माई नेम इज गौहर जान: द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ ए म्यूजिशियन एंड व्यॉइस ऑफ द वीणा और एस. बालाचंदर: ए बायोग्राफी के लेखक हैं। विक्रम को अंग्रेजी साहित्य में साहित्य अकादमी का पहला युवा पुरस्कार और न्यूयॉर्क में उनकी किताब गौहर जान के लिए एआरएससी इंटरनेशनल अवॉर्ड फॉर एक्सेलेंस इन हिस्टॉरिकल रिसर्च दिया गया।
विक्रम, यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया से इतिहास और संगीत में डॉक्टरेट हैं और वर्तमान में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी, नई दिल्ली में सीनियर फेलो हैं।
वह बेंगलोर लिटरेच... See more
बेंगलुरू में रहने वाले डॉ विक्रम संम्पत तीन मशहूर पुस्तकों स्प्लेंडर्स ऑफ रॉयल मैसूर: द अनटोल्ड स्टोरीज ऑफ द वाडियार्स, माई नेम इज गौहर जान: द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ ए म्यूजिशियन एंड व्यॉइस ऑफ द वीणा और एस. बालाचंदर: ए बायोग्राफी के लेखक हैं। विक्रम को अंग्रेजी साहित्य में साहित्य अकादमी का पहला युवा पुरस्कार और न्यूयॉर्क में उनकी किताब गौहर जान के लिए एआरएससी इंटरनेशनल अवॉर्ड फॉर एक्सेलेंस इन हिस्टॉरिकल रिसर्च दिया गया।
विक्रम, यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया से इतिहास और संगीत में डॉक्टरेट हैं और वर्तमान में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी, नई दिल्ली में सीनियर फेलो हैं।
वह बेंगलोर लिटरेचर फेस्टेवल, इंडिक थाउट्स फेस्टेवल और जी ग्रुप के अर्थ: ए कल्चरल फेस्ट के संस्थापक- निदेशक भी हैं।