"राजस्थान की विराट लोक-संस्कृति तथा वैविध्यपूर्ण एवम् समृद्ध राजस्थानी लोक-साहित्य के लोकोपकारी चरित्रों में बाबा रामदेवजी का स्थान सर्वोपरी है। डॉ. सोनाराम विश्नोई ने प्रस्तुत पुस्तक में बाबा रामदेव जी का प्रामाणिक जीवनवृत प्रस्तुत करने के साथ ही उनके सम्बन्ध में प्रचलित कतिपय भ्रान्त धारणाओं का युक्ति-युक्त खण्डन करके सही तथ्य उजागर किये है। लेखक ने इसी पुस्तक में रामदेवजी के भक्त कवियों का यथास्थान सारगर्भित परिचय एवम् उनकी रचनाओं का विवेचन प्रस्तुत करके पुस्तक की उपयोगिता में अभिवृद्धि की है जो प्रशंसकीय है। डॉ. सोनाराम बिश्नोई ने साम्प्रदायिक सद्भाव और एकता के प्रतीक तथा महान दलितोद्धारक बा... See more
"राजस्थान की विराट लोक-संस्कृति तथा वैविध्यपूर्ण एवम् समृद्ध राजस्थानी लोक-साहित्य के लोकोपकारी चरित्रों में बाबा रामदेवजी का स्थान सर्वोपरी है। डॉ. सोनाराम विश्नोई ने प्रस्तुत पुस्तक में बाबा रामदेव जी का प्रामाणिक जीवनवृत प्रस्तुत करने के साथ ही उनके सम्बन्ध में प्रचलित कतिपय भ्रान्त धारणाओं का युक्ति-युक्त खण्डन करके सही तथ्य उजागर किये है। लेखक ने इसी पुस्तक में रामदेवजी के भक्त कवियों का यथास्थान सारगर्भित परिचय एवम् उनकी रचनाओं का विवेचन प्रस्तुत करके पुस्तक की उपयोगिता में अभिवृद्धि की है जो प्रशंसकीय है। डॉ. सोनाराम बिश्नोई ने साम्प्रदायिक सद्भाव और एकता के प्रतीक तथा महान दलितोद्धारक बाबा रामदेव जी के अलौकिक व्यक्तित्व एवम् जीवन-दर्शन का सम्यक् विश्लेषण