शीर्षस्थकथाकारममताकालियाकीप्रत्येकरचनापरउनकीरचनाशीलताकेहस्ताक्षररहतेहैं।संवेदनाकीथाहलेनेऔरभाषामेंउसेसंभवकरनेकाउनकाअपनाएकअनूठाढंगहै।‘कल्चरवल्चर’ममताकालियाकानवीनतमउपन्यासहै।इसकेबीज-विचारकेसंदर्भमेंउन्होंनेलिखाहै, ‘कला, साहित्यवसंस्कृतिआजसरोकारनरहकरकारोबारबनतेजारहेहैंऔरइसकेप्रबंधक, कारोबारी।इनकेहाथोंमेंसंस्कृति, विकृतिबनरहीहैऔरसाहित्य, वाहित्य।’ममताकालियानेबहुतकुशलताकेसाथकोलकाताकीपृष्ठभूमिमेंइसउपन्यासकीकथाबुनीहै।महत्तरउद्देश्योंकोलेकरअस्तित्वमेंआईएकसाहित्यिक- सांस्कृतिकसंस्थाकिसतरहविडंबनाओं, विरूपताओं, अंतर्विरोधें, कपट, कलह, चतुरचाटुकारितावनिजी�... See more
शीर्षस्थकथाकारममताकालियाकीप्रत्येकरचनापरउनकीरचनाशीलताकेहस्ताक्षररहतेहैं।संवेदनाकीथाहलेनेऔरभाषामेंउसेसंभवकरनेकाउनकाअपनाएकअनूठाढंगहै।‘कल्चरवल्चर’ममताकालियाकानवीनतमउपन्यासहै।इसकेबीज-विचारकेसंदर्भमेंउन्होंनेलिखाहै, ‘कला, साहित्यवसंस्कृतिआजसरोकारनरहकरकारोबारबनतेजारहेहैंऔरइसकेप्रबंधक, कारोबारी।इनकेहाथोंमेंसंस्कृति, विकृतिबनरहीहैऔरसाहित्य, वाहित्य।’ममताकालियानेबहुतकुशलताकेसाथकोलकाताकीपृष्ठभूमिमेंइसउपन्यासकीकथाबुनीहै।महत्तरउद्देश्योंकोलेकरअस्तित्वमेंआईएकसाहित्यिक- सांस्कृतिकसंस्थाकिसतरहविडंबनाओं, विरूपताओं, अंतर्विरोधें, कपट, कलह, चतुरचाटुकारितावनिजीमहत्त्वाकांक्षाओंकातलघरबनजातीहै—यहतथ्य‘कल्चरवल्चर’मेंउजागरहुआहै।लेखकीयकौशलयहहैकिसारेचरित्रऔरकथा-प्रसंगकल्पनापरआधारितहोतेहुएभीअपनीनिष्पत्तियोंमेंअत्यंतजीवंतहैं।चाहेंतोइसउपन्यासमेंसमकालीनताकीपदचापयाअनुगूंजभीसुनसकतेहैं।नवीनऔरसुषमाजैसेचरित्रअपनेनिहितार्थोंकेसाथपाठककेचित्तपरअंकितहोजातेहैं।लेखिकानेव्यापकसंदर्भोंकेसाथउनमनोवृत्तियोंकोटटोलाहैजोशब्दमेंसिक्कोंकीखनकऔरसाहित्यमेंसरोकारोंकाशोकगीतसुननाचाहतीहैं।‘कल्चरवल्चर’भूमंडलीकरण, उद्दंडपूंजी, निरंकुशसोचआदिकेआशयोंकोभीखंगालताहै।अपनी