बृजलाल, आई.पी.एस. (से.नि.) 1977 बैच उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं। उत्तर प्रदेश के महत्त्वपूर्ण जिलों में एस.पी., एस.एस.पी. और डी.आई.जी. के दायित्वों का निर्वहन किया। वर्ष 2011-12 में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक रहे। बृजलाल को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा उत्कृष्ट पुलिस सेवाओं के लिए पुलिस पदक प्रदान किया गया।
बृजलालजी सेवानिवृत्ति के बाद उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रहे और उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया। वे कानून-व्यवस्था, अपराध, आतंकवाद, माफिया, चंबल डकैत विरोधी अभियानों के विशेषज्ञ रहे हैं। राष्ट्रपति द्वारा दीर्घ एवं सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक और बहादु... See more
बृजलाल, आई.पी.एस. (से.नि.) 1977 बैच उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं। उत्तर प्रदेश के महत्त्वपूर्ण जिलों में एस.पी., एस.एस.पी. और डी.आई.जी. के दायित्वों का निर्वहन किया। वर्ष 2011-12 में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक रहे। बृजलाल को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा उत्कृष्ट पुलिस सेवाओं के लिए पुलिस पदक प्रदान किया गया।
बृजलालजी सेवानिवृत्ति के बाद उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रहे और उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया। वे कानून-व्यवस्था, अपराध, आतंकवाद, माफिया, चंबल डकैत विरोधी अभियानों के विशेषज्ञ रहे हैं। राष्ट्रपति द्वारा दीर्घ एवं सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक और बहादुरी के लिए ही पुलिस पदक का ‘बार’ प्राप्त हुआ।
संप्रति वे नवंबर 2020 से राज्यसभा सांसद हैं। अक्तूबर 2022 से विभाग संबंधित गृह कार्य संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं। सामयिक विषयों पर उनके लेख अखबारों में प्रकाशित होते रहते हैं। उनके द्वारा लिखित पुस्तक ‘सियासत का सबक’ (जोगेंद्र नाथ मंडल) विशेष चर्चा में रही। उनकी प्रकाशित पुस्तकें हैं—‘इंडियन मुजाहिदीन’ (निशाने पर गुजरात), ‘पुलिस की बारात’ (फूलन देवी और चंबल गैंग), ‘Indian Mujahideen (English), ‘लखनऊ के रंगबाज’।