सदानीरा के बारे में
'सदानीरा’ जनवरी-मार्च 2013 से नियमित प्रकाशित होने वाली ‘विश्व कविता की पत्रिका’ है। वरिष्ठ कवि-लेखक आग्नेय 'सदानीरा' के संस्थापक-संपादक हैं और नई पीढ़ी के कवि-लेखक अविनाश मिश्र इस पत्रिका के संपादक हैं।
‘सदानीरा' प्रथमतः और अंततः कविता से संबद्ध परिसर ही है। विश्व और अखिल भारतीय कविता की नई और ज़रूरी आवाज़ें यहाँ सुनाई दें, इस प्रकार के प्रयत्न ‘सदानीरा’ का संघर्ष हैं। इसके साथ-साथ नया बनता हुआ हिंदी गद्य और कलाओं की नई करवटें भी अब यहाँ नज़र आती रहती हैं। हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता के रूढ़ और सिद्ध अध्याय के आगे के कुछ पृष्ठ रच-खुल सकें, ‘सदानीरा’ की यह आकांक्षा है। ‘सदानीरा’ सब प्रकार की ... See more
सदानीरा के बारे में
'सदानीरा’ जनवरी-मार्च 2013 से नियमित प्रकाशित होने वाली ‘विश्व कविता की पत्रिका’ है। वरिष्ठ कवि-लेखक आग्नेय 'सदानीरा' के संस्थापक-संपादक हैं और नई पीढ़ी के कवि-लेखक अविनाश मिश्र इस पत्रिका के संपादक हैं।
‘सदानीरा' प्रथमतः और अंततः कविता से संबद्ध परिसर ही है। विश्व और अखिल भारतीय कविता की नई और ज़रूरी आवाज़ें यहाँ सुनाई दें, इस प्रकार के प्रयत्न ‘सदानीरा’ का संघर्ष हैं। इसके साथ-साथ नया बनता हुआ हिंदी गद्य और कलाओं की नई करवटें भी अब यहाँ नज़र आती रहती हैं। हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता के रूढ़ और सिद्ध अध्याय के आगे के कुछ पृष्ठ रच-खुल सकें, ‘सदानीरा’ की यह आकांक्षा है। ‘सदानीरा’ सब प्रकार की प्रगतिशील दृष्टियों और रचनाधर्मिता का स्वागत करती है। इसके 'मराठी स्त्री कविता अंक', 'क्वीयर अंक', 'पोलिश कविता अंक', 'एंथ्रोपोसीन अंक', 'वेस्टलैंड अंक' और 'बहुभाषिकता अंक' चर्चा में रहे हैं।