इस पुस्तक को लिखने से पहले राहुल सांकृत्यायन सारे भारत की परिक्रमा करना चाहते थे लेकिन समयाभाव के कारण ऐसा न हो सका। उन्होंने इस पुस्तक में शामिल बयालीस जीवनियों में से एक भी सुनी सुनाई बातों के भरोसे नहीं लिखी। उन्होंने यहाँ जीवनियों को परिस्तिथियों से अलग करके नहीं, बल्कि उनके भीतर एक दुसरे को प्रभावित करते हुए की तरह दिया है। नए भारत के नए नेता एक प्रकार से राहुल सांकृत्यायन की वोल्गा से गंगा का ही साथी ग्रन्थ है, जहाँ वोल्गा से गंगा का विस्तार आठ हज़ार के विस्तृत काल में है, वहीँ इस पुस्तक का क्षेत्र वर्तमान काल की विस्तृत भारत भूमि ha। राहुल सांकृत्यायन (1893-1963) एक बहुभाषविद, अग्रणी विचारक, साम्यवादी चिंतक, य�... See more
इस पुस्तक को लिखने से पहले राहुल सांकृत्यायन सारे भारत की परिक्रमा करना चाहते थे लेकिन समयाभाव के कारण ऐसा न हो सका। उन्होंने इस पुस्तक में शामिल बयालीस जीवनियों में से एक भी सुनी सुनाई बातों के भरोसे नहीं लिखी। उन्होंने यहाँ जीवनियों को परिस्तिथियों से अलग करके नहीं, बल्कि उनके भीतर एक दुसरे को प्रभावित करते हुए की तरह दिया है। नए भारत के नए नेता एक प्रकार से राहुल सांकृत्यायन की वोल्गा से गंगा का ही साथी ग्रन्थ है, जहाँ वोल्गा से गंगा का विस्तार आठ हज़ार के विस्तृत काल में है, वहीँ इस पुस्तक का क्षेत्र वर्तमान काल की विस्तृत भारत भूमि ha। राहुल सांकृत्यायन (1893-1963) एक बहुभाषविद, अग्रणी विचारक, साम्यवादी चिंतक, यात्राकार, इतिहासविद्, तत्वान्वेषी, युगपरिवर्तक, एवं साहित्यकार थे ।