डॉ. विक्रम संपतबेंगलुरु स्थित एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। वह आठ प्रशंसित पुस्तकों के लेखक हैं, जिनमें स्प्लेंडर्स ऑफ रॉयल मैसूर: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ द वोडेयार्स, वॉइस ऑफ द वीणा: एस बालाचंदर, वीमेन ऑफ द रिकॉर्ड्स और इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड द ग्रामोफोन, 1900-1930 शामिल हैं। वी.डी. सावरकर की उनकी दो खंडों वाली जीवनी, सावरकर: इकोज़ फ्रॉम अ फॉरगॉटेन पास्ट, 1881-1924 और सावरकर: अ कंटेस्टेड लिगेसी, 1924-1966, तथा उनकी नवीनतम पुस्तक, ब्रेवहार्ट्स ऑफ भारत: विग्नेट्स फ्रॉम इंडियन हिस्ट्री, पूरे राष्ट्रीय स्तर पर बेस्टसेलर बन गई हैं।
2021 में विक्रम को प्रतिष्ठित रॉयल हिस्टोरिकल सोसाइटी का फेलो चुना गया। उन्हें अंग्रेजी साहित्य में स... See more
डॉ. विक्रम संपतबेंगलुरु स्थित एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। वह आठ प्रशंसित पुस्तकों के लेखक हैं, जिनमें स्प्लेंडर्स ऑफ रॉयल मैसूर: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ द वोडेयार्स, वॉइस ऑफ द वीणा: एस बालाचंदर, वीमेन ऑफ द रिकॉर्ड्स और इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड द ग्रामोफोन, 1900-1930 शामिल हैं। वी.डी. सावरकर की उनकी दो खंडों वाली जीवनी, सावरकर: इकोज़ फ्रॉम अ फॉरगॉटेन पास्ट, 1881-1924 और सावरकर: अ कंटेस्टेड लिगेसी, 1924-1966, तथा उनकी नवीनतम पुस्तक, ब्रेवहार्ट्स ऑफ भारत: विग्नेट्स फ्रॉम इंडियन हिस्ट्री, पूरे राष्ट्रीय स्तर पर बेस्टसेलर बन गई हैं।
2021 में विक्रम को प्रतिष्ठित रॉयल हिस्टोरिकल सोसाइटी का फेलो चुना गया। उन्हें अंग्रेजी साहित्य में साहित्य अकादमी के पहले युवा पुरस्कार तथा उनकी पुस्तक माई नेम इज गौहर जानः द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ अ म्यूजिशियन के लिए न्यूयॉर्क में ऐतिहासिक शोध में उत्कृष्टता हेतु एआरएससी अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस पुस्तक को ‘गौहर’ नाटक के रूप में लिलेट दुबे द्वारा मंचित भी किया गया है। विक्रम 2015 में राष्ट्रपति भवन में राइटर-इन-रेजिडेंस के रूप में चुने गए चार लेखकों और कलाकारों में से एक हैं।
विक्रम ने ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड विश्वविद्यालय से इतिहास और संगीत में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है, और नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय, नई दिल्ली (2017-2019) में एक वरिष्ठ रिसर्चफेलो रहे हैं। वह एस्पेन ग्लोबल लीडरशिप नेटवर्क और आइज़नहावर (Eisenhower) फ़ेलोशिप 2020 के फेलो तथा 2010 में विसेंशाफ्ट्सकोलेग ज़ू (Wissenschaftskolleg zu) बर्लिन में विजिटिंग फेलो भी रह चुके हैं। वर्तमान में, वह मोनाश यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया में एक सहायक वरिष्ठ अध्येता हैं।