“नवयुवकों का उत्तरदायित्व”, यह पुस्तक भारतीय नवयुवकों के मार्गदर्शन हेतु लिखी गई है। उच्च शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय, विवाह, धन का निवेश, पारिवारिक जिम्मेदारियाँ, सामाजिक व्यवहार, अच्छे आचरण, आदि-आदि, इन सब बातों के विषय में आज का नवयुवक बहुधा चिंतित रहता है और यह स्वाभाविक भी है। ऐसे में उचित मार्गदर्शन मिलना आवश्यक है अन्यथा पूरा भविष्य खराब हो सकता है। इस पुस्तक में युवाओं के मन में उपजते प्रश्नों के समाधान हेतु सुझाव दिये गए हैं, जिससे नवयुवक प्रेरणा लेकर अपने भविष्य को सुधारने का प्रयत्न करें। यह पुस्तक उन सभी पहलुओं पर चर्चा करती है, जो एक नवयुवक के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र... See more
“नवयुवकों का उत्तरदायित्व”, यह पुस्तक भारतीय नवयुवकों के मार्गदर्शन हेतु लिखी गई है। उच्च शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय, विवाह, धन का निवेश, पारिवारिक जिम्मेदारियाँ, सामाजिक व्यवहार, अच्छे आचरण, आदि-आदि, इन सब बातों के विषय में आज का नवयुवक बहुधा चिंतित रहता है और यह स्वाभाविक भी है। ऐसे में उचित मार्गदर्शन मिलना आवश्यक है अन्यथा पूरा भविष्य खराब हो सकता है। इस पुस्तक में युवाओं के मन में उपजते प्रश्नों के समाधान हेतु सुझाव दिये गए हैं, जिससे नवयुवक प्रेरणा लेकर अपने भविष्य को सुधारने का प्रयत्न करें। यह पुस्तक उन सभी पहलुओं पर चर्चा करती है, जो एक नवयुवक के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में सही दिशा को पहचानने से लेकर, करियर के चुनाव में समझदारी, और समाज में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने तक, हर कदम पर मार्गदर्शन प्रदान किया गया है। इसके अलावा, व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए भी पुस्तक में उपयोगी टिप्स दिए गए हैं, ताकि युवा न केवल अपने जीवन में सफलता प्राप्त करें, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी समझें। यह पुस्तक युवाओं के मनोबल को भी बढ़ाती है और उन्हें यह समझाने का प्रयास करती है कि जीवन में हर चुनौती का सामना धैर्य और सकारात्मक सोच से किया जा सकता है। इस मार्गदर्शन से प्रेरित होकर, हर नवयुवक अपने जीवन में सच्चे अर्थों में सफलता और समृद्धि हासिल कर सकता है। About the Author: Laxman Rao, author of 30 books, completed his postgraduation in M.A. (Hindi Literature) from Indira Gandhi National Open University (IGNOU). He has been awarded by various trusts and organizations. Also, he was invited to the President House to meet former President of India Smt. Pratibha Patil along with his family on 23 July, 2009. In addition to his achievements he has also been invited to many schools, universities, educational institutions, corporate seminars and NGO's as a guest lecturer."