विनीत फ़स्र्ट जनरेशन एंटरप्रेन्योर हैं। 22 साल की उम्र में, एक छोटी सी जगह से उन्होंने अपनी कंपनी ‘मैग्नॉन’ की शुरुआत की। आज ‘मैग्नॉन’उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी डिजिटल एजेंसियों में से एक है और फ़ॉर्चून 500 ओमनीकॉम ग्रुप का हिस्सा है। वो दुनिया की दस एडवरटाइजिंग एजेंसियों में से एक TBWA/India के सीईओ भी रह चुके हैं। देश में शायद ये पहला मौका था जब इतनी कम उम्र का कोई शख़्स किसी मल्टीनेशनल एडवरटाइजिंग कंपनी का सीईओ बना। उन्होंने कई एंटरप्रेन्योरशिप और कॉरपोरेट एक्सीलेंस अवार्ड भी जीते, जिसमें 2016 के लिए ‘एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार भी शामिल है। हाल ही में उन्हें भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में 100 शीर्ष प्रभावशाली लोग... See more
विनीत फ़स्र्ट जनरेशन एंटरप्रेन्योर हैं। 22 साल की उम्र में, एक छोटी सी जगह से उन्होंने अपनी कंपनी ‘मैग्नॉन’ की शुरुआत की। आज ‘मैग्नॉन’उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी डिजिटल एजेंसियों में से एक है और फ़ॉर्चून 500 ओमनीकॉम ग्रुप का हिस्सा है। वो दुनिया की दस एडवरटाइजिंग एजेंसियों में से एक TBWA/India के सीईओ भी रह चुके हैं। देश में शायद ये पहला मौका था जब इतनी कम उम्र का कोई शख़्स किसी मल्टीनेशनल एडवरटाइजिंग कंपनी का सीईओ बना। उन्होंने कई एंटरप्रेन्योरशिप और कॉरपोरेट एक्सीलेंस अवार्ड भी जीते, जिसमें 2016 के लिए ‘एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार भी शामिल है। हाल ही में उन्हें भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में 100 शीर्ष प्रभावशाली लोगों की सूची में भी शामिल किया गया। विनीत की दूसरी कंपनी ‘टैलेंटट्रैक’ मीडिया, मनोरंजन और क्रिएटिव इंडस्ट्री में हलचल पैदा कर रही है। यह इस सेक्टर के लिए सबसे तेज़ी से बढ़ता ऑनलाइन हायरिंग और नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म है। मैनेजमेंट और प्रेरणा देने वाले विषयों पर वो तीन बेस्टसेलर किताबें लिख चुके हैं। ये हैं, ‘बिल्ड फ़्रॉम स्क्रैच’, ‘द स्ट्रीट टू द हाईवे’ और ‘द 30 समथिंग सीईओ’। विनीत तैराकी के साथ-साथ गिटार बजाने का भी शौक रखते हैं। खेलों में भी उनकी ज़बरदस्त दिलचस्पी है, और रोड ट्रिप्स उन्हें हमेशा अपनी ओर खींचती हैं।