Nirupama Novel Book By Suryakant Tripathi Nirala in Hindi निरुपमा सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' द्वारा रचित एक प्रसिद्ध उपन्यास है, जो उनके साहित्यिक योगदान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस उपन्यास में निराला ने प्रेम, समाज, और व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं को बड़े ही संवेदनशील और गहरे तरीके से प्रस्तुत किया है। निरुपमा में एक स्त्री पात्र की कहानी के माध्यम से निराला ने न केवल प्रेम और संघर्ष की कहानी प्रस्तुत की, बल्कि समाज की कुरीतियों और स्त्री के अधिकारों के बारे में भी गहरी बात की है।निरुपमा एक प्रेमकहानी है, जिसमें मुख्य पात्र निरुपमा एक आदर्श और साहसी महिला है, जो अपने प्रेम और जीवन के आदर्शों के लिए संघर्ष करती है। उपन्यास में निरुपमा क�... See more
Nirupama Novel Book By Suryakant Tripathi Nirala in Hindi निरुपमा सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' द्वारा रचित एक प्रसिद्ध उपन्यास है, जो उनके साहित्यिक योगदान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस उपन्यास में निराला ने प्रेम, समाज, और व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं को बड़े ही संवेदनशील और गहरे तरीके से प्रस्तुत किया है। निरुपमा में एक स्त्री पात्र की कहानी के माध्यम से निराला ने न केवल प्रेम और संघर्ष की कहानी प्रस्तुत की, बल्कि समाज की कुरीतियों और स्त्री के अधिकारों के बारे में भी गहरी बात की है।निरुपमा एक प्रेमकहानी है, जिसमें मुख्य पात्र निरुपमा एक आदर्श और साहसी महिला है, जो अपने प्रेम और जीवन के आदर्शों के लिए संघर्ष करती है। उपन्यास में निरुपमा की भावनाओं, उसके प्रेम, समाज में स्त्री की स्थिति, और उसके भीतर की आत्मनिर्भरता का गहराई से चित्रण किया गया है।
9789390825417 Billesur Bakariha Novel Book By Suryakant Tripathi Nirala in Hindiबिलेसुर बकरीहा सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण उपन्यास है, जो उनके साहित्यिक योगदान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह उपन्यास समाज के विभिन्न पहलुओं को उद्घाटित करता है और उन जटिलताओं को दिखाता है जो उस समय के समाज में व्याप्त थीं।बिलेसुर बकरीहा की कहानी एक छोटे से गाँव की पृष्ठभूमि पर आधारित है, जहाँ मुख्य पात्र बिलेसुर नामक एक चरवाहा है। यह उपन्यास उसकी जीवन यात्रा, संघर्ष और उसके साथ होने वाली घटनाओं के माध्यम से समाज के सामाजिक और मानसिक दबावों को चित्रित करता है। बिलेसुर एक सामान्य आदमी है, जिसे अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड़ती है। उसका जीवन गरीबी, जातिवाद और अन्य सामाजिक असमानताओं से जूझते हुए चलता है।इस उपन्यास में निराला ने उस समय की ग्रामीण स्थिति, कामकाजी वर्ग की मुश्किलें, और आम आदमी की संवेदनाओं को बड़ी बारीकी से चित्रित किया है। उपन्यास की कथा न केवल बिलेसुर के व्यक्तिगत संघर्ष की कहानी है, बल्कि यह समाज में व्याप्त कुरीतियों और असमानताओं को भी उजागर करती है।
9789390825707 Apra Poems Book By Suryakant Tripathi Nirala in Hindiअपरा सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की एक महत्वपूर्ण कविता संग्रह है। इस पुस्तक में निराला ने जीवन, प्रेम, समाज, और मानवीय अनुभूतियों की गहरी और प्रेरणादायक कविताएँ प्रस्तुत की हैं। 'अपरा' का अर्थ है 'अद्वितीय', 'अविस्मरणीय' या 'जो कभी समाप्त न हो', और इस संग्रह की कविताएँ भी उसी भाव को व्यक्त करती हैं, जो निराला के विशिष्ट लेखन की पहचान रही है।अपरा में निराला ने भारतीय समाज की जटिलताओं, समाजिक असमानताओं, और एक व्यक्ति के भीतर संघर्ष को बड़ी बारीकी से चित्रित किया है। उनके शब्दों में एक गहरी करूणा, तीव्रता और क्रांति का संचार है, जो पाठक को अंदर तक छू जाता है। निराला की कविताओं में उनके समय की परिस्थितियों और उनके व्यक्तिगत अनुभवों की गहरी छाप दिखाई देती है।