देवदत्त पट्टनायक आधुनिक समय में पौराणिक गाथाओं की प्रासंगिकता के बारे में लिखते हैं, चित्रांकन करते हैं और व्याख्यान देते हैं। उन्होंने 1996 से अब तक पचास से अधिक पुस्तकें और 1000 से अिधक लेख लिखे हैं कि कैसे गाथाएँ, प्रतीक चिह्न और अनुष्ठान पूरी दुनिया में प्राचीन और आधुनिक संस्कृतियों के मिथकों का निर्माण करते हैं। वे कॉर्पोरेट संगठनों को नेतृत्व एवं शासन–प्रणाली पर, तथा टीवी चैनलों को माइथोलॉजी पर आधारित धारावाहिकों के लिए परामर्श देते हैं। उनके टीवी शो में सीएनबीसी-टीवी 18 पर बिजनेस सूत्र और एपिक टीवी पर देवलोक शामिल हैं।
उनके बारे में और अधिक जानकारी www.devdutt.com पर पाई जा सकती है।