इस पुस्तक में शंकराचार्य के जीवन चरित्र और उनके उपदेशों के बारे में जानकारी मिलती है । दस संघ अथवा दस नामी कौन थे? उनके नियम तथा प्रचलन क्या था ? अखाड़े और उनका विधान कैसा था ? ग्रस्त गोसाई योद्धा हिंदू और पुरोहित के पूर्व इतिहास का उल्लेख है । नंगे ब्राह्मणों के प्रति सिकंदर के व्यवहार तथा यथार्थ चित्रण प्राप्त होता है । (This book provides information about the life and teachings of Shankaracharya. Who were the ten Sanghas or ten Naami? What were their rules and practices? What were the Akharas and their rules like? There is mention of the pre-history of the stricken Gosai warriors, Hindus and priests. We get a realistic portrayal of Alexander's behavior towards the naked Brahmins.)