उन्नत बैंक प्रबंधन में चार खंड हैं | आर्थिक विश्लेषण से सम्बंधित प्रथम खंड में सूक्ष्म अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र, बाजार और ब्याज दर, अर्थव्यवस्था में मुद्रा एवं बैंकिंग की भूमिका, मौद्रिक नीति एवं राजकोषीय नीति में परस्पर - सम्बन्ध, वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ हमारी अर्थव्यवस्था के एकीकरण के कारण अवसर और चुनौतियां तथा हमारे देश में बैंकिंग उद्योग में नवीनतम घटनाक्रम का वर्णन किया गया है | व्यावसायिक गणित से सम्बंधित द्वितीय खंड में मुद्रा के सामयिक मूल्य, नमूना चयन विधियां, बॉन्ड में निवेश और बुनियादी सांख्यिकी और संभाव्यता तकनीकों से सम्बंधित विभिन्न अवधारणाओं का ज्ञान प्रदान किया गया है | बै... See more
उन्नत बैंक प्रबंधन में चार खंड हैं | आर्थिक विश्लेषण से सम्बंधित प्रथम खंड में सूक्ष्म अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र, बाजार और ब्याज दर, अर्थव्यवस्था में मुद्रा एवं बैंकिंग की भूमिका, मौद्रिक नीति एवं राजकोषीय नीति में परस्पर - सम्बन्ध, वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ हमारी अर्थव्यवस्था के एकीकरण के कारण अवसर और चुनौतियां तथा हमारे देश में बैंकिंग उद्योग में नवीनतम घटनाक्रम का वर्णन किया गया है | व्यावसायिक गणित से सम्बंधित द्वितीय खंड में मुद्रा के सामयिक मूल्य, नमूना चयन विधियां, बॉन्ड में निवेश और बुनियादी सांख्यिकी और संभाव्यता तकनीकों से सम्बंधित विभिन्न अवधारणाओं का ज्ञान प्रदान किया गया है | बैंकिंग उद्योग में व्यवहार में लाए जा रहे मानव संसाधन प्रबंधन से सम्बंधित खंड में व्यक्ति और संसथान के सम्पूर्ण विकास के लिए भर्ती, प्रशिक्षण, कार्य-निष्पादन के लिए प्रतिफल और कार्य-निष्पादन का मापन सहित मानव संसाधन प्रबंधन के सभी पहलु शामिल हैं | ऋण प्रबंधन से सम्बंधित अंतिम खंड में वैसे विभिन्न वित्तीय विवरणों और अनुपातों के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी है, जिसकी जानकारी किसी ऋण आवेदन का मूल्याङ्कन करते समय एक बैंकर को होनी चाहिए | चाहे यह एक परियोजना ऋण हो अथवा कार्यशील पूंजी सुविधा | इसके साथ ही इसमें संघीय वित्तपोषण से सम्बंधित नियम और विनियम, ऋण निगरानी की विधियां और दबावग्रस्त ऋणों पर कार्रवाई के तरीके, जिसमे सीडीआर के माध्यम से पुनर्वास और अंततः डीआरटी तथा सरफेसी के माध्यम से समस्याग्रस्त आस्तियों की वसूली शामिल है |