रचना बिष्ट रावत कभी ड्राइवर, कभी शेफ और अकसर एक माँ का रोल निभातीं वे एक फुल टाइम मॉम हैं, जिनका एक किशोर, स्मार्ट बेटा है—सारांश और एक शरारती, सुनहरा डॉगी है—हुकुम। अपने पति कर्नल मनोज रावत के लिए वे ‘सब कुछ’ हैं या ऐसा कम-से-कम वो कहते हैं। वे जब भी इन तीनों से अलग कुछ पल हासिल कर पाती हैं तो संगीत सुनती हैं और लिखती हैं। रचना हैरी ब्रिटेन की फेलो हैं। उनकी छोटी कहानी ‘मुन्नी मौसी’ को राष्ट्रमंडल संक्षिप्त कहानी प्रतियोगिता 2008-09 में काफी सराहा गया था। वह ‘स्टेट्समैन’, ‘इंडियन एक्सप्रेस’ एवं ‘डेक्कन हेरॉल्ड’ में काम कर चुकी हैं और उनकी दो नॉन फिक्शन किताबें—‘द ब्रेव: परम वीर चक्र स्टोरीज’ और ‘1965: स्टोरीज फ्रॉम द ... See more
रचना बिष्ट रावत कभी ड्राइवर, कभी शेफ और अकसर एक माँ का रोल निभातीं वे एक फुल टाइम मॉम हैं, जिनका एक किशोर, स्मार्ट बेटा है—सारांश और एक शरारती, सुनहरा डॉगी है—हुकुम। अपने पति कर्नल मनोज रावत के लिए वे ‘सब कुछ’ हैं या ऐसा कम-से-कम वो कहते हैं। वे जब भी इन तीनों से अलग कुछ पल हासिल कर पाती हैं तो संगीत सुनती हैं और लिखती हैं। रचना हैरी ब्रिटेन की फेलो हैं। उनकी छोटी कहानी ‘मुन्नी मौसी’ को राष्ट्रमंडल संक्षिप्त कहानी प्रतियोगिता 2008-09 में काफी सराहा गया था। वह ‘स्टेट्समैन’, ‘इंडियन एक्सप्रेस’ एवं ‘डेक्कन हेरॉल्ड’ में काम कर चुकी हैं और उनकी दो नॉन फिक्शन किताबें—‘द ब्रेव: परम वीर चक्र स्टोरीज’ और ‘1965: स्टोरीज फ्रॉम द सेकंड इंडो-पाक वॉर’ प्रकाशित हो चुकी हैं। उनसे www.rachnabisht.com और rachnabisht@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।.