क्या किसी पागलखाने में छिपा हो सकता है, हत्याओं का राज़! आखिर वो कौन है, जो कर रहा है लाशों पर अट्टहास? मौत के तांडव की एक ऐसी सनसनीख़ेज़ कहानी, जिसे पढ़कर हत्यारे से नफ़रत नहीं होती, क्यों? शहर में क़त्ल पर क़त्ल हुए जाते हैं और पुलिस क़ातिल को पकड़ नहीं पाती। सारी घटनाओं में एक बात ख़ास है, हर मरने वाला आरोपी है, बलात्कारी है। आखिर वो कौन है, जो इन वारदातों को अंजाम दे रहा है और फिर इन हत्याओं का तरीका क्या है? इस राज़ का खुलासा भी होता है मगर एक रेडियो शो में और लोग उसकी वजह सुनकर भौंचक्के रह जाते हैं। सस्पेंस और रोमांस से भरपूर अमित खान का यह थ्रिलर आपको आखिर तक बांधकर रखेगा और आप दिल थामे यह उपन्यास पढ़ने पर मजबूर ह�... See more
क्या किसी पागलखाने में छिपा हो सकता है, हत्याओं का राज़! आखिर वो कौन है, जो कर रहा है लाशों पर अट्टहास? मौत के तांडव की एक ऐसी सनसनीख़ेज़ कहानी, जिसे पढ़कर हत्यारे से नफ़रत नहीं होती, क्यों? शहर में क़त्ल पर क़त्ल हुए जाते हैं और पुलिस क़ातिल को पकड़ नहीं पाती। सारी घटनाओं में एक बात ख़ास है, हर मरने वाला आरोपी है, बलात्कारी है। आखिर वो कौन है, जो इन वारदातों को अंजाम दे रहा है और फिर इन हत्याओं का तरीका क्या है? इस राज़ का खुलासा भी होता है मगर एक रेडियो शो में और लोग उसकी वजह सुनकर भौंचक्के रह जाते हैं। सस्पेंस और रोमांस से भरपूर अमित खान का यह थ्रिलर आपको आखिर तक बांधकर रखेगा और आप दिल थामे यह उपन्यास पढ़ने पर मजबूर हो जाएँगे।