यह समझना महत्वपूर्ण है कि स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में दो अलग-अलग समूह मौजूद होते हैं : 1. स्मार्ट पैसा 2. मूक पैसा ‘स्मार्ट पैसे' का मतलब है संस्थागत निवेशक यानी बड़े खिलाड़ी, जिनके पास पैसे और जानकारी की शक्ति होती है और जो बाज़ारों को दिशा व गति देते हैं। 'मूक पैसा' ग़ैर-पेशेवर ट्रेडर्स की ओर इशारा करता है यानी ऐसे रिटेल ट्रेडर्स, जो अक्सर तुरंत पैसे बनाने की कोशिश करते हैं। क्या आपको नहीं लगता कि स्मार्ट पैसे का अनुसरण करना हमेशा अच्छा होता है ? इसके अलावा, क्या आप यह जानते हैं कि केवल 'एंट्री' और 'एग्ज़िट' ही आपके ट्रेड के भाग्य को तय करते हैं, चाहे आपकी प्रतिष्ठा, अनुभव और योग्यता जो भी हो ! यह पुस्तक स्मार्ट पैसे की �... See more
यह समझना महत्वपूर्ण है कि स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में दो अलग-अलग समूह मौजूद होते हैं : 1. स्मार्ट पैसा 2. मूक पैसा ‘स्मार्ट पैसे' का मतलब है संस्थागत निवेशक यानी बड़े खिलाड़ी, जिनके पास पैसे और जानकारी की शक्ति होती है और जो बाज़ारों को दिशा व गति देते हैं। 'मूक पैसा' ग़ैर-पेशेवर ट्रेडर्स की ओर इशारा करता है यानी ऐसे रिटेल ट्रेडर्स, जो अक्सर तुरंत पैसे बनाने की कोशिश करते हैं। क्या आपको नहीं लगता कि स्मार्ट पैसे का अनुसरण करना हमेशा अच्छा होता है ? इसके अलावा, क्या आप यह जानते हैं कि केवल 'एंट्री' और 'एग्ज़िट' ही आपके ट्रेड के भाग्य को तय करते हैं, चाहे आपकी प्रतिष्ठा, अनुभव और योग्यता जो भी हो ! यह पुस्तक स्मार्ट पैसे की ट्रेडिंग गतिविधि को पहचानने के रहस्य बताती है। यह पुस्तक आपको असली और नक़ली ब्रेकआउट में फ़र्क़ भी समझाती है।