गोपी, मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे तुमसे मिले एक साल बीत चुका है। तुम मेरे लिए कितनी खुशियाँ लाए हो!'
बेस्टसेलिंग गोपी डायरीज सीरीज की इस दूसरी पुस्तक में गोपी पहली पुस्तक के छोटे पिल्ले की तुलना में अधिक मजबूत, बड़ा, अधिक आत्मविश्वासी है, लेकिन साथ ही अधिक चुटीला और अधिक शरारती भी! वह नई परिस्थितियों, नई चुनौतियों का सामना करता है, यहाँ तक कि अनंत ऊर्जा और भावना के साथ नए कुत्ते साथी भी। और फिर वह दिन आता है, जब वह उन सभी में से सबसे बड़े आश्चर्य का सामना करता है।
प्रसिद्ध लेखिका सुधा मूर्ति की अनूठी शैली में लिखी गई, कुत्ते के दृष्टिकोण से बताई गई यह सरल कहानी हमें दिखाती है कि पालतू जानवर इतने कीमती क्यो�... See more
गोपी, मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे तुमसे मिले एक साल बीत चुका है। तुम मेरे लिए कितनी खुशियाँ लाए हो!'
बेस्टसेलिंग गोपी डायरीज सीरीज की इस दूसरी पुस्तक में गोपी पहली पुस्तक के छोटे पिल्ले की तुलना में अधिक मजबूत, बड़ा, अधिक आत्मविश्वासी है, लेकिन साथ ही अधिक चुटीला और अधिक शरारती भी! वह नई परिस्थितियों, नई चुनौतियों का सामना करता है, यहाँ तक कि अनंत ऊर्जा और भावना के साथ नए कुत्ते साथी भी। और फिर वह दिन आता है, जब वह उन सभी में से सबसे बड़े आश्चर्य का सामना करता है।
प्रसिद्ध लेखिका सुधा मूर्ति की अनूठी शैली में लिखी गई, कुत्ते के दृष्टिकोण से बताई गई यह सरल कहानी हमें दिखाती है कि पालतू जानवर इतने कीमती क्यों हैं- उनके प्यार, भक्ति और असीम स्नेह के लिए। यह पुस्तक सभी आयु के प्रशंसकों के लिए एक उपहार है, क्योंकि गोपी फिर से बच्चों और वयस्कों के दिलों में एक जैसा स्थान बना लेता है।