वीरेन्द्र ओझा प्रयागराज के रहने वाले हैं। वर्ष 1993 की सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से यह भारतीय राजस्व सेवा में चयनित हुए। सम्प्रति यह प्रधान आयकर आयुक्त, मुम्बई के पद पर पदमान हैं। इनका एक कविता-संग्रह, ‘कुछ शब्द मेरे’ एवं एक उपन्यास, ‘इलाहाबाद डायरी-एक ग़ैर मामूली दास्तान’ प्रकाशित हो चुके हैं।
‘दास्तान और भी है’ इनका दूसरा उपन्यास है। यह एक प्रयोगधर्मी उपन्यास है जिसमें आंचलिक भाषा का शिल्प के स्तर पर प्रयोग किया गया है। कई लेयरों की समानान्तर कथा से युक्त यह उपन्यास सामाजिक संदर्भों को अपने आप में समाहित करता हुआ संवादों के माध्यम से जीवन के बहुमुखी पक्षों को उजागर करता है।
आप एक अल्ट्रा रनर भी हैं और ... See more
वीरेन्द्र ओझा प्रयागराज के रहने वाले हैं। वर्ष 1993 की सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से यह भारतीय राजस्व सेवा में चयनित हुए। सम्प्रति यह प्रधान आयकर आयुक्त, मुम्बई के पद पर पदमान हैं। इनका एक कविता-संग्रह, ‘कुछ शब्द मेरे’ एवं एक उपन्यास, ‘इलाहाबाद डायरी-एक ग़ैर मामूली दास्तान’ प्रकाशित हो चुके हैं।
‘दास्तान और भी है’ इनका दूसरा उपन्यास है। यह एक प्रयोगधर्मी उपन्यास है जिसमें आंचलिक भाषा का शिल्प के स्तर पर प्रयोग किया गया है। कई लेयरों की समानान्तर कथा से युक्त यह उपन्यास सामाजिक संदर्भों को अपने आप में समाहित करता हुआ संवादों के माध्यम से जीवन के बहुमुखी पक्षों को उजागर करता है।
आप एक अल्ट्रा रनर भी हैं और देश-विदेश की कई मैराथन-अल्ट्रा मैराथन स्पर्धाओं में भाग लिया है। संघ लोक सेवा आयोग एवं राज्य सेवा आयोग द्वारा संचालित सिविल सेवा परीक्षा एवं राज्य सेवा परीक्षा में अभ्यर्थियों के सहायतार्थ एक यूट्यूब चैनल ‘pathjyoti IAS’ एवं एक app ‘Margdarshaneducation.com” संचालित करते हैं, जिसमें नियमित कक्षाओं को चलाकर छात्रों का मार्ग दर्शन किया जाता है।