ब्रह्मचर्य ही जीवन है (Bramcharya Hi Jeewan Hai) Celibacy is Life and Sensuality is Death इस पुस्तक के लेखक स्वामी शिवानंद जी सिद्ध हस्त लेखक होने के साथ साथ चिंतक और विचारक भी हैं | उन्होंने अपनी अनुभूतियों और जीवन के शाश्वत मूल्यों के माध्यम से जीवन का मार्गनिर्देशन किया है| इस पुस्तक में वीर्य रक्षा संबंधी जो अनूठे और स्वानुभूत नियम बतलाए गए हैं वे बहुत अनमोल हैं| स्वत अनुभव किए होने के कारण अत्यंत ही सिद्ध हैं, रामबाण हैं| इस पुस्तक की सर्वोपरि विशेषता यह है कि इसे पढ़ने के पश्चात ही पाठको को ब्रह्मचर्य ही जीवन में रत हो जाने की स्वाभाविक प्रेरणा मिलती है| ब्रह्मचर्य तो मूल विषय है ही किंतु और अनेकानेक जीवनोपयोगी विषयों पर भी लेखक ने भली भांति प्�... See more
ब्रह्मचर्य ही जीवन है (Bramcharya Hi Jeewan Hai) Celibacy is Life and Sensuality is Death इस पुस्तक के लेखक स्वामी शिवानंद जी सिद्ध हस्त लेखक होने के साथ साथ चिंतक और विचारक भी हैं | उन्होंने अपनी अनुभूतियों और जीवन के शाश्वत मूल्यों के माध्यम से जीवन का मार्गनिर्देशन किया है| इस पुस्तक में वीर्य रक्षा संबंधी जो अनूठे और स्वानुभूत नियम बतलाए गए हैं वे बहुत अनमोल हैं| स्वत अनुभव किए होने के कारण अत्यंत ही सिद्ध हैं, रामबाण हैं| इस पुस्तक की सर्वोपरि विशेषता यह है कि इसे पढ़ने के पश्चात ही पाठको को ब्रह्मचर्य ही जीवन में रत हो जाने की स्वाभाविक प्रेरणा मिलती है| ब्रह्मचर्य तो मूल विषय है ही किंतु और अनेकानेक जीवनोपयोगी विषयों पर भी लेखक ने भली भांति प्रकाश डाला है| राष्ट्र निवासियों के शक्तिशाली जीवन पर ही राष्ट्र का शौर्य निर्भर है| ब्रह्मचर्य की साधना ही राष्ट्र को सुदृण बना सकती है| इस दृष्टिकोण से यह पुस्तक युवकों के लिए अधिकाधिक लाभप्रद तथा उपयोगी है| वास्तव में इस सद्ग्रंथ की एक प्रति अपने पास रखना प्रत्येक युवक का परम पुनीत एवं अनिवार्य कर्तव्य सा बन गया है| युवकों के हित में कोई पुस्तक साहित्य जगत में नहीं है| इस पुस्तक की आजतक लाखो प्रतियां बिक चुकी हैं|