राजीव जैन लगभग 33 वर्षों से योग एवं अध्यात्म से जुड़े हुए हैं। वे विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अध्यात्म पर निरंतर लेखन भी करते हैं । वे योग, ध्यान, प्राणायाम, मुद्रा, बंध, कुण्डलिनी योग, ज्योतिष, तंत्र-मंत्र, हस्तरेखा, हस्तलिखित ज्योतिष ताड़पत्र, सूर्य विज्ञान, आयुर्वेद, पारदतंत्र आदि प्राच्य विद्याओं में शोधरत हैं । लेखक की अन्य कृतियाँः • सम्पूर्ण योग विद्या • सभी के लिए योगासन एवं प्राणायाम • पावर योगा • Playing Yoga • Yoga for Children • सम्पूर्ण योग विद्या (मराठी व गुजराती) • खेल खेल में योग • आओ योग करें हम • Mastering Yoga Home