विरासत ए रसूलल्लाह ﷺ हज़रत मौलाअली अलैहिस्सलाम , हज़रत फ़ातेमा अलैहिस्सलाम हज़रत ईमाम हसन अलैहिस्सलाम , हज़रत ईमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ये किताब विरासते रसूल ﷺ व मौलाअली व औलादे अली हुज़ूर अक़दस ﷺ से मौलाअली और ईमाम नक़ी अली अलैहिस्सलाम तक दस ईमामों के हालात बयान करती है | क्योंके हमारा नसब ईमाम नक़ी अलैहिस्सलाम से मिलता है उनकी औलाद होने के नाते हमने उनकी ज़िन्दगी के हालात, और उन्होंने जो ईस्लाम के लिये क़ुरबानीयाँ पेश की हैं उसका ब्योरा दिया है, सिर्फ़ अवाम तक उनके हालात पहुँचाकर लोगों की ईस्लाह करना हमारा मक़सद है, ये किताब लिखने का मतलब ये है के हुज़ूरे अक़दस ﷺ के हयाते ज़ाहिरी से पर्दा फरमाने के बाद जो हालात पैदा हुए और हर �... See more
विरासत ए रसूलल्लाह ﷺ हज़रत मौलाअली अलैहिस्सलाम , हज़रत फ़ातेमा अलैहिस्सलाम हज़रत ईमाम हसन अलैहिस्सलाम , हज़रत ईमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ये किताब विरासते रसूल ﷺ व मौलाअली व औलादे अली हुज़ूर अक़दस ﷺ से मौलाअली और ईमाम नक़ी अली अलैहिस्सलाम तक दस ईमामों के हालात बयान करती है | क्योंके हमारा नसब ईमाम नक़ी अलैहिस्सलाम से मिलता है उनकी औलाद होने के नाते हमने उनकी ज़िन्दगी के हालात, और उन्होंने जो ईस्लाम के लिये क़ुरबानीयाँ पेश की हैं उसका ब्योरा दिया है, सिर्फ़ अवाम तक उनके हालात पहुँचाकर लोगों की ईस्लाह करना हमारा मक़सद है, ये किताब लिखने का मतलब ये है के हुज़ूरे अक़दस ﷺ के हयाते ज़ाहिरी से पर्दा फरमाने के बाद जो हालात पैदा हुए और हर तरफ अफ़रा तफ़री फैली, सादात कराम और दीगर सहाबा ए उज़्ज़ाम पर जो ज़ुल्म हुआ, उसकी पूरी दास्तान है | अलग़र्ज़: मैंने इस किताब में सारी तफ़्सीलात ज़िक्र कर दी है, जिससे आपको मालूम हो जाएगा के ईमाम मज़लूम और दीगर अहले बैते अतहार के साथ क्या सुलुक हुआ, और कैसे कैसे ज़ुल्म ओ ज़्यादती उन पर हुई है, बिलख़ुसुस मेरी गुज़ारिश है के इस किताब को पढें ताके उनको अहले बैते अतहार और ख़ानवादा ए रिसालत ﷺ की ईसार ओ क़ुरबानी और उनकी तब्लीग़ी सरगर्मियाँ और उनके किरदार और गुफ़्तार की मुकम्मल जानकारी हासिल हो | Virasat e RasoolAllah, Moula Ali our Aulad e Ali is a popular Islamic book consist the real history of Islam and a glimpse of the biography of Prophet Muhammad sallallaho alaihe wa alehi wasallam and the Ahle-Bait, Sahaba e Karam. This book will take you through the earliest period of Islam and the immense contribution that Hazrat Ali a.s. has given from his childhood for the Prophet Muhammad ﷺ. This book will give you the real picture of what type of hardships and troubles Hazrat Ali (alaihissalam) and other Ahl-e-Beit went through. But how can Ahl-e-Beit be destroyed who has been nourished and cared for by the Prophet (Rasul-e-Kainatﷺ) himself, his divine presence (Fakhr-e-Maujudat) is our pride. The author has includes the historic sermon of Hazrat Imam Zainul-Abedin a.s. which the Imam has delivered in the mosque of Syria in front of Yazid (la’nati).