जन्म: 15 अक्तूबर, 1950 को बरुआ सागर, झाँसी (उ.प्र.)। शिक्षा: बी.एस-सी., एल-एल.एम., डी.फिल. (विधि), एम.बी.ए.। प्रकाशन: ‘मीरजाफर’, ‘साहिबगंज की बहू’, ‘माफिया’, ‘सतलज से टेम्स तक’, ‘पृथी की पीड़ा’ तथा आठ अन्य उपन्यास; ‘यूकेलिप्टस’ (कहानी-संग्रह); ‘भारत और इस्लाम के लिए’ (अनुवाद); ‘निबंध सागर’, ‘भारत के विकास की समस्याएँ और समाधान’, ‘पर्यावरण एवं नदी प्रदूषण’, ‘गाँव की सफाई’, ‘जल प्रदूषण’, ‘वायु प्रदूषण’, ‘साइबर विधि’, ‘भारतीय सोच’ (निबंध)। अंग्रेजी में ‘लैंड रिफॉर्म्स इन इंडिया’, ‘ब्यूरोक्रेसी टु ब्यूरोक्रेजी’ तथा दस अन्य कृतियाँ। भारतीय प्रशासनिक सेवा से अवकाश के बाद अब उपभोक्ता विषयक विभाग, भारत सरकार की जर्मन योजना में राष... See more
जन्म: 15 अक्तूबर, 1950 को बरुआ सागर, झाँसी (उ.प्र.)। शिक्षा: बी.एस-सी., एल-एल.एम., डी.फिल. (विधि), एम.बी.ए.। प्रकाशन: ‘मीरजाफर’, ‘साहिबगंज की बहू’, ‘माफिया’, ‘सतलज से टेम्स तक’, ‘पृथी की पीड़ा’ तथा आठ अन्य उपन्यास; ‘यूकेलिप्टस’ (कहानी-संग्रह); ‘भारत और इस्लाम के लिए’ (अनुवाद); ‘निबंध सागर’, ‘भारत के विकास की समस्याएँ और समाधान’, ‘पर्यावरण एवं नदी प्रदूषण’, ‘गाँव की सफाई’, ‘जल प्रदूषण’, ‘वायु प्रदूषण’, ‘साइबर विधि’, ‘भारतीय सोच’ (निबंध)। अंग्रेजी में ‘लैंड रिफॉर्म्स इन इंडिया’, ‘ब्यूरोक्रेसी टु ब्यूरोक्रेजी’ तथा दस अन्य कृतियाँ। भारतीय प्रशासनिक सेवा से अवकाश के बाद अब उपभोक्ता विषयक विभाग, भारत सरकार की जर्मन योजना में राष्ट्रीय विशेषज्ञ। संप्रति: भारत की प्रतिष्ठित लॉ फर्म, खेतान एंड कंपनी, दिल्ली में पार्टनर।.