विश्व के लगभग सभी बड़े देशों का इतिहास विस्मृति के कुहासे में लुप्त है– सभी देशों में बाह्य एवं आन्तरिक समाघातों और संघर्ष के कारण जीवन की परिस्थितियां बहुत बदली हैं । किन्तु व्यापक मानवता के लिए यही हितकारी है कि प्रत्येक महान् जाति के सुदूर अतीत तक का अधिक से अधिक ज्ञान प्राá हो सके । "भारत वह स्त्रोत है जहां से न केवल शेष एशिया अपितु सारे पश्चिम जगत ने अपना ज्ञान और धर्म प्राप्त किए ' – प्रोफेसर हीरेन ।"पृथिवी पर रहने के लिए भारत सबसे अधिक रुचिकर स्थान है और विश्व का सबसे आनन्ददायक प्रदेश है।' अब्दुला वासफ "वर्तमान भला कैसे फलप्रद हो सकता है या भविष्य कैसे आशा दिला सकता है यदि उनकी जड़े दृढ़ता से अतीत में गड़... See more
विश्व के लगभग सभी बड़े देशों का इतिहास विस्मृति के कुहासे में लुप्त है– सभी देशों में बाह्य एवं आन्तरिक समाघातों और संघर्ष के कारण जीवन की परिस्थितियां बहुत बदली हैं । किन्तु व्यापक मानवता के लिए यही हितकारी है कि प्रत्येक महान् जाति के सुदूर अतीत तक का अधिक से अधिक ज्ञान प्राá हो सके । "भारत वह स्त्रोत है जहां से न केवल शेष एशिया अपितु सारे पश्चिम जगत ने अपना ज्ञान और धर्म प्राप्त किए ' – प्रोफेसर हीरेन ।"पृथिवी पर रहने के लिए भारत सबसे अधिक रुचिकर स्थान है और विश्व का सबसे आनन्ददायक प्रदेश है।' अब्दुला वासफ "वर्तमान भला कैसे फलप्रद हो सकता है या भविष्य कैसे आशा दिला सकता है यदि उनकी जड़े दृढ़ता से अतीत में गड़ी हुई न हो ।प्रस्तुत पुस्तक में भारत देश की उस अतीतकालिक सभ्यता की एक झलक दिखाने का प्रयास है जो अद्भुत, अतुलनीय एवं सर्वप्रकारेण आकर्षक थी ।