मेकैनिकल इंजीनियरिंग और कानून में स्नातक चन्द्रगुप्त कैलाश पूर्व सिविल सेवा अधिकारी हैं। पाँच वर्षों तक कतिपय औद्योगिक उपक्रमों में कार्य करने के उपरांत सन् 1988 में सिविल सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण हुए; तत्पश्चात् 33 वर्षों तक सार्वजनिक प्रशासन के क्षेत्र में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए अक्तूबर 2021 में निदेशक, रक्षा संपदा, पश्चिमी कमान के पद से सेवानिवृत्त हुए। इतिहास, दर्शन, राजनीति और आध्यात्मिक विज्ञान में गहन रुचि।
भारत की महान् आध्यात्मिक परंपरा में निहित ज्ञान और विवेक के समृद्ध कोष के प्रति युवा वर्ग को जागरूक कर उसे वर्तमान युग की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम बनाना ही लक्ष्य ... See more
मेकैनिकल इंजीनियरिंग और कानून में स्नातक चन्द्रगुप्त कैलाश पूर्व सिविल सेवा अधिकारी हैं। पाँच वर्षों तक कतिपय औद्योगिक उपक्रमों में कार्य करने के उपरांत सन् 1988 में सिविल सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण हुए; तत्पश्चात् 33 वर्षों तक सार्वजनिक प्रशासन के क्षेत्र में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए अक्तूबर 2021 में निदेशक, रक्षा संपदा, पश्चिमी कमान के पद से सेवानिवृत्त हुए। इतिहास, दर्शन, राजनीति और आध्यात्मिक विज्ञान में गहन रुचि।
भारत की महान् आध्यात्मिक परंपरा में निहित ज्ञान और विवेक के समृद्ध कोष के प्रति युवा वर्ग को जागरूक कर उसे वर्तमान युग की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम बनाना ही लक्ष्य है। इस दिशा में आध्यात्मिक ज्ञान के सिद्धांतों को आधुनिक विज्ञान की अवधारणाओं के आलोक में प्रस्तुत करने में सतत प्रयासरत हैं।
संप्रति विभागीय प्रशिक्षण संस्थान में सैन्य और सिविल सेवाओं के अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के अतिरिक्त समसामयिक राष्ट्रीय मुद्दों पर विभिन्न समाचार-पत्रों में लेखन तथा सोशल मीडिया चैनल्स पर नियमित साक्षात्कार। द्वारका, नई दिल्ली में निवास ।