डॉ बी.पी. मदरेवार उभरते पशु चिकित्सकों के लिए ज्ञान और जानकारी का स्रोत है। उनके पास इस क्षेत्र में करीब 47 साल का अनुभव है. उन्होंने होम्योपैथी और पशु चिकित्सा की वैकल्पिक प्रणाली पर 15 किताबें लिखी हैं, जिनमें से 3 अंग्रेजी में और बाकी हिंदी और मराठी में हैं। वह पशु चिकित्सा की वैकल्पिक प्रणाली पर मराठी में एक पत्रिका भी चला रहे हैं। वर्तमान में वह महाराष्ट्र के नांदेड़ में अपने स्वयं के पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिक में अभ्यास कर रहे हैं।
भारत व अन्य कई देशों में पशुओं को धन के समान समझा जाता है तथा पशु पालन के दौरान उनकी सेहत का उपयुक्त ध्यान रखा जाता है जानवरों में होने वाले सभी सामान्य रोगों और उनके निवारण के ल... See more
डॉ बी.पी. मदरेवार उभरते पशु चिकित्सकों के लिए ज्ञान और जानकारी का स्रोत है। उनके पास इस क्षेत्र में करीब 47 साल का अनुभव है. उन्होंने होम्योपैथी और पशु चिकित्सा की वैकल्पिक प्रणाली पर 15 किताबें लिखी हैं, जिनमें से 3 अंग्रेजी में और बाकी हिंदी और मराठी में हैं। वह पशु चिकित्सा की वैकल्पिक प्रणाली पर मराठी में एक पत्रिका भी चला रहे हैं। वर्तमान में वह महाराष्ट्र के नांदेड़ में अपने स्वयं के पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिक में अभ्यास कर रहे हैं।
भारत व अन्य कई देशों में पशुओं को धन के समान समझा जाता है तथा पशु पालन के दौरान उनकी सेहत का उपयुक्त ध्यान रखा जाता है जानवरों में होने वाले सभी सामान्य रोगों और उनके निवारण के लिए होम्योपैथिक पद्धति द्वारा उपचार बिना किसी दुष्परिणाम के अधिक लाभदायक एवं कारगर साबित हुआ है । यह पुस्तक इसी उद्देश्य से संकलित की गई है।
प्रमुख विशेषताऐं:-
प्रस्तुत पुस्तक में गाय, कुत्ता, घोड़ा, भैंस आदि विभिन्न पशुओं में होने वाली बीमारियां तथा उनके विकार रोगों के होने के कारण व उनके निवारण के लिए सुदृढ़ ईलाज एवं उपचार में बरती जाने वाली सावधानियों का समावेश है।
प्रत्येक बीमारी के लक्षण भी बताए गए है जिससे उस रोग को पहचान कर उसका सुलभ उपचार किया जा सके ।
विभिन्न पशु चिकित्सकों के अनुभवों से तैयार यह पुस्तक उचित पशुपालन में सहायक सिद्ध होगी तथा इससे सर्वोत्तम जानकारी भी ज्ञात होगी।