“भारतीय राजनीति एवं मौलिक सिद्धांत’’ यह ऐसा एक शोध ग्रंथ है, जो सामान्य से सामान्य व्यक्ति को भी राजनीति का बहुमूल्य ज्ञान प्राप्त करने के लिए सक्षम शोध कार्य है। इस ग्रंथ की रचना सात खण्डों में की गई है। जिसमें देश की राजनीति, राजनीति का भौगोलिक क्षेत्र, प्रशासन की रूपरेखा, देश की सांस्कृतिक धरोहर, राष्ट्रीय आन्दोलन, शासन प्रणाली, विदेशी राजनीति की नीतियां, अन्तर्राष्ट्रीय राजनीतिक सम्बन्ध तथा कार्ल-मार्क्स की विचारधाराएं, इत्यादि; ऐसे अनेक दृष्टिकोण व संदर्भ को लेकर राजनीति का विश्लेषण इस ग्रंथ में किया गया है। विद्यालयों में पढ़ाने वाले अध्यापक, विश्वविद्यालयों में पढ़ाने वाले प्राध्यापक, वक्ता, प्रव... See more
“भारतीय राजनीति एवं मौलिक सिद्धांत’’ यह ऐसा एक शोध ग्रंथ है, जो सामान्य से सामान्य व्यक्ति को भी राजनीति का बहुमूल्य ज्ञान प्राप्त करने के लिए सक्षम शोध कार्य है। इस ग्रंथ की रचना सात खण्डों में की गई है। जिसमें देश की राजनीति, राजनीति का भौगोलिक क्षेत्र, प्रशासन की रूपरेखा, देश की सांस्कृतिक धरोहर, राष्ट्रीय आन्दोलन, शासन प्रणाली, विदेशी राजनीति की नीतियां, अन्तर्राष्ट्रीय राजनीतिक सम्बन्ध तथा कार्ल-मार्क्स की विचारधाराएं, इत्यादि; ऐसे अनेक दृष्टिकोण व संदर्भ को लेकर राजनीति का विश्लेषण इस ग्रंथ में किया गया है। विद्यालयों में पढ़ाने वाले अध्यापक, विश्वविद्यालयों में पढ़ाने वाले प्राध्यापक, वक्ता, प्रवक्ता तथा राजनीति में रूचि रखने वाले सभी अभ्यार्थियों के लिए यह ग्रंथ उपयोगी है। इस पुस्तक में कुल सात खण्ड हैं: प्रथम खण्ड – (भारतीय राजनीति का प्रभाव); द्वितीय खण्ड - (देश की प्रजातंत्र व्यवस्था); तृतीय खण्ड - (भारत देश की शासन प्रणाली); चतुर्थ खण्ड - (भारत देश की सैद्धान्तिक राजनीति); पंचम खण्ड - (भारत की राजनीतिक शक्तियाँ व अधिकार); षष्ठम खण्ड - (कार्ल – मार्क्स की विचारधाराएँ); सप्तम खण्ड - (अंतर्राष्ट्रीय एवं विदेश व्यापार सम्बंध) About the Author: Laxman Rao, author of 30 books in hindi, completed his postgraduation in M.A. (Hindi Literature) from Indira Gandhi National Open University (IGNOU). He has been awarded by various trusts and organisations. Also, he was invited to the President House to meet former President of India Smt. Pratibha Patil alongwith his family on 23 July, 2009. In addition to his achievements he has also been invited to many schools, universities, educational institutions, corporate seminars and NGO's as a guest lecturer." This jawaharlal nehru book in hindi highlights his contribution to this nation.