बलिया के स्वर्णिम इतिहास को प्रदर्शित करने वाली इस पुस्तक मे बलिया के बागीपन की तासीर को अक्षुण रखने का प्रयास किया गया है। ऐतिहासिक साक्ष्य जहां से लिये गये है उनको दर्शाया गया है। पौराणिक काल मे बलिया का क्या इतिहास रहा है, उसको जहां बताया गया है, तो वही खिलजी वंश, मुग़ल काल के भी प्रमुख घटनाक्रमों को भी दर्शाया गया है। इसमें अंग्रेजी काल के घटनाक्रमों को विस्तार से और साक्ष्य के आधार पर प्रस्तुत किया गया है। इस पुस्तक की विषय वस्तु को इस तरीके से प्रस्तुत किया गया है कि आप पढ़ते वक़्त उस काल मे स्वयं को प्रस्तुत पाएंगे। यह पुस्तक बलिया के ऐतिहासिक दस्तावेजों की एक संग्रहालय के रूप मे अपने आप को साबित करें, यही ... See more
बलिया के स्वर्णिम इतिहास को प्रदर्शित करने वाली इस पुस्तक मे बलिया के बागीपन की तासीर को अक्षुण रखने का प्रयास किया गया है। ऐतिहासिक साक्ष्य जहां से लिये गये है उनको दर्शाया गया है। पौराणिक काल मे बलिया का क्या इतिहास रहा है, उसको जहां बताया गया है, तो वही खिलजी वंश, मुग़ल काल के भी प्रमुख घटनाक्रमों को भी दर्शाया गया है। इसमें अंग्रेजी काल के घटनाक्रमों को विस्तार से और साक्ष्य के आधार पर प्रस्तुत किया गया है। इस पुस्तक की विषय वस्तु को इस तरीके से प्रस्तुत किया गया है कि आप पढ़ते वक़्त उस काल मे स्वयं को प्रस्तुत पाएंगे। यह पुस्तक बलिया के ऐतिहासिक दस्तावेजों की एक संग्रहालय के रूप मे अपने आप को साबित करें, यही मेरा प्रयास है।