परवरिश के तरीके में चार चाँद लगाएँ बच्चों के भविष्य की नींव आज ही रखें जन्म के समय लगभग सभी शिशु एक जैसे ही होते हैं, फिर वह क्या तत्व है जो इनमें से किसी को आदर्श बना देता है और किसी को असामाजिक तत्व? वह उचित अभिभावक ही है, जो इसके लिए उत्तरदायी है। बच्चे कल के भविष्य हैं तो उन्हें किस प्रकार सँवारा जाए? उनके भविष्य की नींव आज कैसे रखी जाए? इस समस्या का निदान इस पुस्तक में प्रस्तुत किया है। अभिभावक के विभिन्न बारीक पक्षों को उजागर करती यह पुस्तक माँ-बाप के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सहज, सामान्य उदाहरण व बच्चों का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण इस पुस्तक को जनोपयोगी बनाता है। यह पुस्तक निश्चित रूप से प्रत्येक माता-प�... See more
परवरिश के तरीके में चार चाँद लगाएँ बच्चों के भविष्य की नींव आज ही रखें जन्म के समय लगभग सभी शिशु एक जैसे ही होते हैं, फिर वह क्या तत्व है जो इनमें से किसी को आदर्श बना देता है और किसी को असामाजिक तत्व? वह उचित अभिभावक ही है, जो इसके लिए उत्तरदायी है। बच्चे कल के भविष्य हैं तो उन्हें किस प्रकार सँवारा जाए? उनके भविष्य की नींव आज कैसे रखी जाए? इस समस्या का निदान इस पुस्तक में प्रस्तुत किया है। अभिभावक के विभिन्न बारीक पक्षों को उजागर करती यह पुस्तक माँ-बाप के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सहज, सामान्य उदाहरण व बच्चों का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण इस पुस्तक को जनोपयोगी बनाता है। यह पुस्तक निश्चित रूप से प्रत्येक माता-पिता को पढ़नी चाहिए ताकि बच्चों के सुंदर भविष्य को सुनिश्चित किया जा सके। आइए इसके कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एक नज़र डालेंः * बच्चों में काबिलियत कैसे बढ़ाएँ ताकि वे आकाश छू लें * बच्चों से वार्तालाप कैसे करें * मार और प्यार का सही संचार कैसे हो * सुखी परिवार का मंत्र क्या है * बच्चों का चरित्र निर्माण कैसे करें * बच्चों का संपूर्ण विकास कैसे करें प्रस्तुत पुस्तक की मदद से आप अपनी परवरिश के तरीके में चार चाँद लगा सकते हैं।