साहित्यकार ओम निश्चल हिंदी साहित्य के एक प्रतिष्ठित रचनाकार, आलोचक और कवि हैं, जिनकी रचनाधर्मिता बहुआयामी और समृद्ध है। उन्होंने गीत, ग़ज़ल, कविता, आलोचना, निबंध आदि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी रचनाएँ सामाजिक सरोकारों से गहरे स्तर पर जुड़ी हुई हैं, जिनमें समकालीन जीवन के विविध पहलुओं की संवेदनशील अभिव्यक्ति मिलती है। ओम निश्चल की भाषा प्रवाहमयी, सजीव और प्रभावशाली होती है, जो पाठकों को सहजता से अपनी ओर आकर्षित करती है। वे कविता में मानवीय संवेदनाओं और यथार्थ के बीच संतुलन स्थापित करते हुए सशक्त अभिव्यक्ति प्रस्तुत करते हैं। उनकी आलोचनात्मक दृष्टि विश्लेषणात्मक और सूक्ष्म होती है, जो स... See more
साहित्यकार ओम निश्चल हिंदी साहित्य के एक प्रतिष्ठित रचनाकार, आलोचक और कवि हैं, जिनकी रचनाधर्मिता बहुआयामी और समृद्ध है। उन्होंने गीत, ग़ज़ल, कविता, आलोचना, निबंध आदि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी रचनाएँ सामाजिक सरोकारों से गहरे स्तर पर जुड़ी हुई हैं, जिनमें समकालीन जीवन के विविध पहलुओं की संवेदनशील अभिव्यक्ति मिलती है। ओम निश्चल की भाषा प्रवाहमयी, सजीव और प्रभावशाली होती है, जो पाठकों को सहजता से अपनी ओर आकर्षित करती है। वे कविता में मानवीय संवेदनाओं और यथार्थ के बीच संतुलन स्थापित करते हुए सशक्त अभिव्यक्ति प्रस्तुत करते हैं। उनकी आलोचनात्मक दृष्टि विश्लेषणात्मक और सूक्ष्म होती है, जो साहित्यिक मूल्यों को नई दृष्टि प्रदान करती है। संक्षेप में, ओम निश्चल की रचनाधर्मिता हिंदी साहित्य को नवीन ऊँचाइयों तक पहुँचाने में सहायक रही है।