हर कहानी में भूत भगाये जाते हैं, यहाँ भूत लाये जायेंगे, वो भी EMI पर । हर भूत डराते हैं, ये भूत हँसाएंगे, हाँ मतलब ह्यूमर पे कॉपीराइट सिर्फ इंसानो का थोड़ी ना है ? बेचारे भूतों के साथ सालों-साल से नाइंसाफ़ी होती आयी है, उन्हें डरावना, घिनौना, आतंकी, दुराचारी, निर्दयी और प्रतिशोधी दिखा के । जबकि इंसान हर रोज़ इन सब मामलों में नए-नए कीर्तिमान हासिल कर रहा है । हमारी कहानी में, ये भूत सुंदर, सुशील, संस्कारी और दयावान भी होंगे । भूतों के वश में सिर्फ इंसान ही क्यों फंसे ? जबकि ग़ुलामी इंसानों की ही खोज है और भूत तो बेचारे इंसानों के आउटडेटेड वर्जन हैं । इंसान और भूतों में हमेशा दुश्मनी और जंग ही क्यों ? थोड़ी दोस्ती, थोड़े प्या�... See more
हर कहानी में भूत भगाये जाते हैं, यहाँ भूत लाये जायेंगे, वो भी EMI पर । हर भूत डराते हैं, ये भूत हँसाएंगे, हाँ मतलब ह्यूमर पे कॉपीराइट सिर्फ इंसानो का थोड़ी ना है ? बेचारे भूतों के साथ सालों-साल से नाइंसाफ़ी होती आयी है, उन्हें डरावना, घिनौना, आतंकी, दुराचारी, निर्दयी और प्रतिशोधी दिखा के । जबकि इंसान हर रोज़ इन सब मामलों में नए-नए कीर्तिमान हासिल कर रहा है । हमारी कहानी में, ये भूत सुंदर, सुशील, संस्कारी और दयावान भी होंगे । भूतों के वश में सिर्फ इंसान ही क्यों फंसे ? जबकि ग़ुलामी इंसानों की ही खोज है और भूत तो बेचारे इंसानों के आउटडेटेड वर्जन हैं । इंसान और भूतों में हमेशा दुश्मनी और जंग ही क्यों ? थोड़ी दोस्ती, थोड़े प्यार का भी आनंद क्यों ना लिया जाए ?