आर्ट ऑफ वॉर (युद्ध की कला) - इस प्राचीन ग्रंथ की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक बनी हुई हैं-पच्चीस शताब्दियों से भी अधिक समय पहले इसे लिखा गया था; क्योंकि इसके निर्देश किसी भी क्षेत्र में लागू किए जा सकते हैं। आर्ट ऑफ वॉर अर्थात् 'युद्ध की कला' किसी भी राष्ट्र के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। इससे जीवन और मृत्यु का निर्धारण होता है। यह एक ऐसा मार्ग है, जहां या तो सुरक्षा है या फिर विनाश। अतः यह एक ऐसा गहनतम् विषय है, जिसकी किसी भी कारणवश उपेक्षा नहीं की जा सकती है।"। आर्ट ऑफ वॉर एक अमर कृति है, जिसका पूर्वी एशिया की संस्कृति एवं इतिहास में विशेष स्थान है। युद्ध और सैन्य रणनीति के दर्शन और राजनीति पर आधारित यह प्राचीन चीनी ग�... See more
आर्ट ऑफ वॉर (युद्ध की कला) - इस प्राचीन ग्रंथ की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक बनी हुई हैं-पच्चीस शताब्दियों से भी अधिक समय पहले इसे लिखा गया था; क्योंकि इसके निर्देश किसी भी क्षेत्र में लागू किए जा सकते हैं। आर्ट ऑफ वॉर अर्थात् 'युद्ध की कला' किसी भी राष्ट्र के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। इससे जीवन और मृत्यु का निर्धारण होता है। यह एक ऐसा मार्ग है, जहां या तो सुरक्षा है या फिर विनाश। अतः यह एक ऐसा गहनतम् विषय है, जिसकी किसी भी कारणवश उपेक्षा नहीं की जा सकती है।"। आर्ट ऑफ वॉर एक अमर कृति है, जिसका पूर्वी एशिया की संस्कृति एवं इतिहास में विशेष स्थान है। युद्ध और सैन्य रणनीति के दर्शन और राजनीति पर आधारित यह प्राचीन चीनी ग्रंथ ई.पू. छठी शताब्दी के एक सुप्रसिद्ध योद्धा-दार्शनिक सुन त्जू द्वारा लिखा गया।